स्कैनर क्या है ? / Scanner definition :-
यह एक ऐसा उपकरण है जो टैक्स्ट या पिक्चर की प्रतिलिपी बनाकर उसे कम्प्यूटर में स्टोर करता है । यह एक Input device है जो कि हार्ड कॉपी इमेजेस की सॉफ्टकॉपी बनाकर उन्हें कम्प्यूटर में स्टोर किया जाता है । इसमें अलग अलग क्वालिटी के स्केनर होते है जो कि अलग - अलग रिजोल्यूशन के होते हैं । वर्तमान काल में scanner का प्रयोग बढ़ता ही जा रहा है । इसके द्वारा स्कैन की इमेज को इमेज प्रोसेसिंग सॉफ्टवेयर के माध्यम से इमेज में आवश्यक manipulations की जा सकती हैं या इमेज का आकार कम या ज्यादा किया जा सकता है । ग्राफिक scanner अर्थात् इमेज scanner इमेजेस व टैक्स्ट डॉक्यूमेन्टस को इमेज रूप में ही स्कैन करता है ।
यह कागज , दस्तावेज या फोटोग्राफ इत्यादि को इलेक्ट्रॉनिक रूप पर परिवर्ति कर देता है जो कि कम्प्यूटर में स्टोर किया जाता है । यह इलैक्ट्रॉनिक रूप एक इमेज की भांति होता है , जिसमें आवश्यकता के अनुसार editing , manipulation इत्यादि किए जा सकते हैं । यह कार्य इमेज प्रोसेसिंग Software के माध्यम से किया जाता है । scanner अलग - अलग आकार व अलग - अलग तकनीक के होते हैं।
सामान्यतः तकनीक के आधार पर स्कैनर दो प्रकार के होते हैं-
1. Mono Scanner
2. Color Scanner
1. Mono Scanner:-
इस प्रकार के scanner के द्वारा black & white प्रतिलिपियों , दस्तावेजों या फोटोग्राफ को स्कैन किया जाता है । यह स्कैन black & white system में 256 shade स्कैन कर सकता हैं।
2. Color Scanner:-
इस तरह के scanner के द्वारा रंगीन इमेजेस ग्राफ फोटोग्राफ व दस्तावज का आसानी से स्कैन किया जा सकता है । इस प्रकार के scanner के द्वारा टक्स्ट प्रोसेसिंग भी जा सकती है । सामान्य color scanner के द्वारा 1024 प्रकार के रंगों के शेड उत्पन्न किए जा सकते हैं । आजकल इमेज प्रोसेसिंग के लिए इन्हीं scanners का प्रयोग किया जाता है ।
आकार के आधार पर स्कैनर दो प्रकार के होते हैं-
1. Handy Scanner
2. Flatbed Scanner
1. Handy Scanner:-
Handy scanner में light emitting diode का सैट होता है जो कि एक छोटे से आवरण में होता है जिससे उसे आसानी से हाथ में पकड़ा जा सकता है । इस प्रकार के scanner का प्रयोग बहुत ही छोटे दस्तावेजों , फोटोग्राफ व drawing को स्कैन करने के लिए किया जाता है । ये स्कैनर मोटरयुक्त या सामान्य भी होते हैं । मोटरयुक्त स्कैनर स्वयं ही इमेज को स्कैन करके कम्प्यूटर में स्टोर कर देते हैं , इन्हें हाथ से चलाने की आवश्यकता नहीं पड़ती । परन्तु सामान्य scanners को इमेज के ऊपर एक सिरे से दूसरे सिरे तक हाथ से चलाना पड़ता तो ही ये इमेज को स्कैन कर पाते हैं।
2. Flatbed scanner:-
यह scanner एक बॉक्स की भांति होता है जो ऊपर से समतल होता है । इसमें ऊपरी हिस्से पर कांच की प्लेट लगी होती है । कांच की प्लेट को ढकने के लिए एक कवर होता है । जो भी दस्तावेज या इमेज स्कैन की जानी है उसे कांच की प्लेट के ऊपर उल्टा करके रखा जाता है , कुछ ही सैकण्ड्स में वह डॉक्यूमेन्ट स्कैन हो जाता है । इस प्रकार के scanner के द्वारा A4 के आकार के उससे छोटे आकार के कागज , दस्तावेज , इमेज या फोटोग्राफ आदि को डालकर स्कैन कर सकते हैं । इस प्रकार के scanner के चार भाग ( i ) Scan Card , ( ii ) Scanner , ( iii ) cable & connector , ( iv ) Scanning Software होते हैं । scanner कार्ड को मदरबोर्ड के द्वारा जोड़ा जाता है , तथा केबल व कनैक्टर द्वारा स्कैनर को स्कैन कार्ड से जोड़ते हैं । उसके पश्चात् स्कैनिंग सॉफ्टवेयर को प्रारम्भ करते हैं , यदि स्कैनिंग सॉफ्टवेयर ना हो तो उसे install करेंगे । इस प्रकार इन स्कैनर्स के द्वारा इमेजेस को स्कैन किया जा सकता है ।
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